शनिवार, 29 सितंबर 2012

वफ़ा-ये-इश्क




रिश्ता-ये-दर्दे दिल अब तो निभा दीजिये ,
आखिरी वक़्त है जरा कन्धा लगा दीजिये,
होते है मोहब्बत में युही जिंदगी के जलवे 
आप वफ़ा-ये-इश्क का रिश्ता  निभा दीजिये  !

गुलशन में रोज़ खिलते है हजारों फूल युही 
आप  भी अपनी एक बगियाँ लगा लीजिये 
मेरी धडकनों  में है बसर आपका ये सनम 
आप आपनी यादों में अब तो बसा लीजिये !!

है ख्याविश चाँद , तारों की सबको ,यहाँ 
हमें बस एक बार नूर-ये- नज़र करा दीजिये 
है आपको पाने का ख्वाब हर दिल अजीज़ की 
हमको तो बस सुरीली आवाज़ सुना दीजिये !!!

युही तडपे है आपके दरश को मेरे हमदम 
आसमां में महताब की घटा छिटका दीजिये 
आप तो साहिल पर है आपके बस में है
मचलते हुए दिलो-जिगर पर मरहम लगा दीजिये !!!!

सोमवार, 13 अगस्त 2012

ये कैसे बदलते रिश्ते .....

ये कैसे बदलते रिश्ते .....

वक़्त की दरिया में बह  जाते है कुछ  दिल के रिश्ते
तूफ़ान और नदिया से उमड़ते कुछ अनछुए रिश्ते .....

रेंत की मानिंद हथेली से फिसलते कुछ पुलकित  रिश्ते 
सैलाब की  धारा से मिटते है कुछ बनते सवरतें  रिश्ते 
दिल की गहराइयों में भी सिमटते है कुछ अनूठे रिश्ते 
प्यार की नीवं को भी तरसते है  कुछ  अनजाने  रिश्ते ....

फूलों से महकते है इश्क मोहब्ब्बत से पल्लवित रिश्ते 
काँटों की चुभन से आनंदित होते है दर्दे दिल के रिश्ते 
समय की मझधार में नित मिलते है रिश्ते दर रिश्ते 
पलक झपकते ही पलट जाते है होते है कुछ ऐसे रिश्ते ....

राह चलते चलते भी बन जाते है, है कुछ ऐसे रिश्ते 
इन्सान को भी आइना दिखाते है कुछ सिमटते रिश्ते 
हमने भी देखे है मौसम की तरह हर रोज  बदलते  रिश्ते 
रिश्तों के मायने से भी सजते है  कुछ रिश्तों के रिश्ते ....


गुरुवार, 5 जुलाई 2012

पैगाम


जब हमारे पैगाम का कोई जवाब नहीं आता ,

जब दर्दे दिल के नगमो को पढ़ा नहीं जाता !

लोग समझते है की "वो " भूल गए हमको ,

ख्याल तो " उनको " आता है , हमारा

पर शायद " हमारे" लिए लफ्ज़ नहीं मिल पता !!

चेहरा ,


सोचा था इस कदर उनको भूल जायेंगे ,

देख कर भी उन्हें अनदेखा कर जायेंगे !

पर जब भी सामने आया उनका चेहरा ,

सोचा इस बार देखले फिर भूल जायेंगे !

फितरत


 मैं तुम्हे भूल जाऊ ये मेरी  फितरत नहीं है 
तुम्हारी चाहत शायद मेरी किस्मत में नहीं है

तकदीर लिख कर ऊपर वाला भी भूल गया

पूछने पर कहता है ये मेरी लिखावट नहीं है

Photo: मैं  तुम्हे भूल जाऊ ये मेरी फितरत नहीं है 

  तुम्हारी चाहत शायद  मेरी किस्मत में नहीं है 

  तकदीर लिख कर ऊपर वाला भी भूल गया 

  पूछने पर कहता है ये मेरी लिखावट नहीं है

आपकी सूरत


 आपकी सूरत को मैंने निगाहों में बसा रखा है 
 तस्वीर छोडिये आपको दिल में छुपा रखा है

 जीत कर ले जायेगा तुझे कोई दिलवाला

 तेरे लिए तो हमने खुद को दावं पे लगा रखा है

मंगलवार, 3 जुलाई 2012

ये कैसी जिंदगी !!!


 " एक अंतहीन सफ़र है खुद में खुद को खोजने का 
 ये वो डगर है जिसका न अंत है ...न ही कोई आदि 
 बस एक रहगुजर है.......जैसे कई जन्मो का सफ़र ....."

 समय के गर्भ में लाखों नामों निशान दिखाती है जिंदगी ...... 
 समय के विपरीत चलने की आतुरता बढाती है जिंदगी .......
 वक़्त के पहलु में खुद का समावेश निभाती है जिंदगी ....
 काल से लड़ने का निरंतर  हौसला  देती है जिंदगी  .......ये कैसी  जिंदगी !!

 जगाती है जिंदगी रोज एक नया सा अहसास 
 एक नव उमंग ,एक नयी आस ....
 उम्र के तकाजे , नए रिश्तों से मिलाती है जिंदगी 
 अपनों को अपनों से बेगाना बनाती है जिंदगी.
 फिर भी प्यार करना  सिखाती है जिंदगी......ये कैसी  जिंदगी !!

 नव निर्माण , स्वपथ  भी बताती है जिंदगी .....
 कर्म फल , नए विश्वास को जगाती है जिंदगी .......
 स्वार्थ में हमें अँधा भी  बनाती है जिंदगी.......
 मझधार में फसे नाविक को आधार बनाती है जिंदगी ......
 समज सको तो सब कुछ सिखाती है जिंदगी ... ये कैसी  जिंदगी !!

 खुद ही  खुद से झुझना सिखाती है जिंदगी......
 काल के थपेड़ों से लहूलुहान भी हो जाती है जिंदगी...
 गिरे हुए को भी उठने का जज्बा  देती है जिंदगी.....
 हौसलों और अरमानों को परवान चढ़ाती है जिंदगी....
 जिंदगी  ये जिंदगी , सब मिटा फिर नयी जिंदगी बनाती है जिंदगी ..ये कैसी जिंदगी !!

गुरुवार, 28 जून 2012

प्यार और ज़िन्दगी


प्यार ने मुझसे पूछा, ज़िन्दगी क्या है ?
मैंने कहा तेरा मेरे साथ और कुछ भी नहीं !!
प्यार ने फिर मुझसे पूछा, दर्द क्या है ?
मैंने कहा वो पल जब तुम साथ नहीं !!

प्यार ने फिर मुझसे पूछा ,मोहब्बत कहा है ?
मैंने कहा हम दोनों  के रूह में कही !! 
प्यार ने फिर मुझसे पूछा ,रब कहा है ?
मैंने कहा ,और कहा ,  तुझमे ही कही !!

प्यार ने  फिर पूछा ,हमसे इश्क क्यों है ?
मैंने कहा तुझ जैसा दूसरा कोई नहीं !!
प्यार ने फिर मुझसे पूछा ,धड़कन क्या है ?
मैंने कहा तेरे नाम की सांसों है और कुछ नहीं !!

प्यार ने फिर मुझसे पूछा , समाज क्या है ?
मैंने कहा तुझसे शुरु और तुझमे ही खत्म कही !!
प्यार ने फिर मुझसे पूछा , उल्फत क्या है ?
मैंने कहा तेरा रूठना ,और कुछ नहीं !!

प्यार ने फिर पूछा, इतबार करोगे मेरा ?
मैंने कहा तुमसे बढाकर कोई नहीं !!
प्यार ने फिर पूछा , जी सकते हो मेरे बगैर ?
मैंने कहा, ये सजा मेरे लिए मौत से कम नहीं !!

प्यार ने फिर मुझसे पूछा कि, वो "प्यार" है कौन ?
मैंने कहा.....उसके नाम के लिए मेरे पास शब्द नहीं !!

बुधवार, 27 जून 2012

तासीर


तुम हमसे यु कब तक रूठे रहोगे

तुम कब तक हमें युही तरपाओगे

हमारी मोहब्बत में वो तासीर है ,

एक दिन खुद ही दौड़े चले आओगे

मंगलवार, 26 जून 2012

आरजू

किसी के प्यार ,इश्क के हम कायल हो गए 

दिल के मचलते हुए अरमानो से घायल हो गए 

आँखों में थिरकते ख्वाबों से तस्वीर बनायीं जो

वो हमारे आरजू-ये- जिंदगी के साहिल हो गए


Photo: किसी के प्यार ,इश्क  के हम  कायल हो गए 

 दिल के मचलते हुए अरमानो से घायल हो गए 

 आँखों में थिरकते ख्वाबों से तस्वीर बनायीं जो

 वो हमारे आरजू-ये- जिंदगी के साहिल हो गए

अधूरी बात



कभी कुछ कहकर भी हर बात अधूरी रह जाती है 

कभी बिना कहे भी हर बात पूरी हो जाती है 

कह दो हर वो बात जो तुम्हारे दिल में है सनम 

वक़्त के समुन्दर में कई कहानिया अधूरी रह जाती है


Photo: कभी कुछ कहकर भी हर  बात अधूरी रह जाती है 
कभी बिना कहे भी हर  बात पूरी हो जाती है 
कह दो हर वो बात जो तुम्हारे  दिल में है सनम 
वक़्त के समुन्दर में कई कहानिया  अधूरी रह जाती है

शनिवार, 23 जून 2012

ऑंखें

कुछ बात है अधूरी जो लिखे अल्फाजो में नहीं 

कुछ झाझ्बात है जो दुनिया के अफसाने में नहीं 

हम वो ख़यालात है जो सबको नज़र आते नहीं 

एक अदृश्य साथ है जो हम सबको बताते नहीं


Photo: कुछ बात है अधूरी जो लिखे अल्फाजो में नहीं 

कुछ झाझ्बात है जो दुनिया के  अफसाने में नहीं 

हम वो ख़यालात है जो  सबको नज़र आते नहीं 

एक अदृश्य साथ  है जो हम सबको बताते नहीं

प्यार की दास्ताँ

तेरा प्यार मिला गर तो हम सवर जायेंगे 

युही चाहते रहना वरना हम बिखर जायेंगे 

रहते हो जिस्म में मेरे धड़कन बनकर 

तुम्हारी मोहब्बत में फुल से निखर जायेंगे


Photo: तेरा प्यार मिला गर तो हम सवर जायेंगे 

युही चाहते रहना वरना हम बिखर जायेंगे 

रहते हो जिस्म में मेरे धड़कन बनकर 

तुम्हारी मोहब्बत में  फुल से निखर जायेंगे

अदाएं

बातों ही बातों में मोहब्बत का इशारा करके 

झुकी हुयी आँखों में अदाओं का शरारा झलके 

अपने हुस्न के महताब का सितारा बनके 

वो हमें मनाता है रोज नया बहाना करके


Photo: बातों ही बातों  में मोहब्बत का इशारा करके 

झुकी हुयी आँखों में अदाओं का शरारा झलके 

अपने  हुस्न के महताब का  सितारा बनके 

वो हमें मनाता है  रोज नया बहाना करके

दिल का दर्द

दरिया वफा , मोहब्बत का कभी रुकता नहीं ,

इश्क और प्यार में इन्सान कभी झुकता नहीं !

हम चुप है किसी की ख़ुशी के लिए ,जानेजिगर ,

और वो सोचता है की दिल हमारा दुखता नहीं !!


Photo: दरिया वफा , मोहब्बत  का कभी रुकता नहीं ,

इश्क  और प्यार  में इन्सान  कभी झुकता नहीं !

हम  चुप है किसी की ख़ुशी के लिए ,जानेजिगर ,

और वो सोचता है की  दिल हमारा दुखता नहीं !!

शुक्रवार, 22 जून 2012

बरसता सावन


   तुमने निभाया है इश्क , मोहब्बत को रीत की तरह 
     कभी तपती धुप तो  कभी महकते गुलिस्तान की तरह 
     प्यार लुटाया  है तुमने  मदमाते  योवन  की तरह 
     छेड़ा है दिल का राग विरह में मचलती तरुनी  की तरह 

     मिल जाते हो खुद से  ही फुल और सुगंध की तरह 
     सिमट जाते हो हममे एक जिस्म दो जां  की तरह 
     महफ़िल में चुराते हो नज़रे किसी मृगनयनी  की तरह 
     रब से मुझे ही  मांगते हो  दिल में धड़कन की तरह 

     इंतज़ार है आज भी तुमको  चांदनी  और चकोर  की तरह 
     सिंदूरी हुआ है ये सारा  आलम सुबह और भोर की तरह 
     हसरते उमड़ी है सागर में उफनती  लहरों की तरह 
     झाझबात मचलते है घनघोर मेघों के शोर की तरह 
     
     गैरों  के निगाहों में  रहते हो चाँद और सितारों  की तरह 
     उतर आती  हो मेरे नयनो  में बादलों और घटाओं की तरह 
     चाहे बदलते हो  रोज मौसम भी,  फिजाओं  की तरह 
     टूट के चाहते हो हमें आज भी बरसते सावन की तरह 

मंगलवार, 12 जून 2012

जवाब-ये-खत

वो मोहब्बत जो कर ले हमसे, तो ख़्वाब हकीकत बन जाये 

नज़र चुरा के देखे जो चिलमन से , चाँद को भी हैरत हो जाये 

ऑंखें झुका ले अदाओं से तो , दिल में हलचल हो जाये 

बैठे है जवाब-ये-खत में उसके , न जाने कब इनायत हो जाये



RISTA YE DIL

कसूर  ना उनका  था  ना  हमारा ,

हम  दोनों  ही  रिश्तो  को  निभाते  रहे ,

वो  दोस्ती  का  एहसास  जताते  रहे ,

हम  मोहोब्बत  को  उन  पर  लुटते   रहे 


SAAHIL

कुछ अलग ही अंदाज है मेरी जिंदगी के सफर का,


जब भी साहिल पे पहुचता हूँ मुकाम बदल जाते है !

रोज देखता हूँ दुनिया को युही रंग बदलते हुए ,

हमारे मुड़ते ही सारे हालात बदल जाते है  



HASARAT

देखा पलट के उसने कि हसरत उसे भी थी,

मै जिसपे मिट गया था मुहब्बत उसे भी थी !

वो रो दिया मुझको परेशान देख कर,

उस दिन खुला राज कि मेरी जरुरत उसे भी थी 



SAZAA

अब सच और झूठ का क्या करना यार्रो 

वो तो जाते जाते भी वफ़ा निभा गयी

हम तो युही मर मर कर जीते थे 

वो जाते जाते जीने की सजा सुना गयी



TAALUK

ताल्लुक न टूट जाए मेरा सारे ज़माने से ,

बहुत तकलीफ होती है तुम्हारे दूर जाने से !

आ जाती है दिल में हसीं ख्याब की बारात ,

इतना गहरा ताल्लुक है तेरा मेरे फ़साने से !! 



DAAMAN

छुड़ा कर हाथ एक रोज खुद ही दामन छुड़ा लिया उसने ,

वो शख्स जो आगोश में खुद सिमटने की जिद किया करता था 



AARAZOO

"जीने के लिए बस एक कमी की तलाश कर"

आरज़ू ज़ुफ्त्जु अखलाख मिलते है सब यही

कुछ पाने के लिए न सही खोने के लिए तलाश कर 

ये दोस्त तू जिंदगी को जिंदगी से ही तलाश कर 





FAASALE..

दिल के फासले तो सिर्फ आँखों से होते है 

इश्क , इज़हार के फासले बातों से होते है

रूह तो बसती है एक दूजे के दिल में 

फासले तो महज़ सांसो के होते है 





INAYAT


       ज़ाहिर कभी हम अपनी इबादत नहीं करते ,

हर शख्स से हम मोहब्बत नहीं करते !

     वो तो तुम थे जिसने दिल मोम कर दिया ,

        वरना हम किसी पे ऐसी इनायत नहीं करते !





GUM YE JINDAGI



रोने से गमे दिल का गुजरा नहीं होता 

हर अश्क मोहब्बत का सहारा नहीं होता 

उस रोज लगता है हम बेकार ही जिए 

जिस रोज़ सनम जिक्र तुम्हारा नहीं होता